क्या आप भी दिवाली पर होना चाहते हैं मालामाल? अंतरराष्ट्रीय ज्योतिषी से जानें खरीदारी का शुभ समय!

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जैसे-जैसे दिवाली नजदीक आ रही है, लोगों में अनोखा उत्साह देखने को मिल रहा है. शास्त्रों के अनुसार इन दिनों में कोई भी शुभ कार्य करना, कोई शुभ खरीदारी करना या फिर देवी-देवताओं की पूजा-उपासना करना उत्तम माना जाता है. तो आइए दिवाली के दिनों में पूजन या खरीदारी के लिए कौन से शुभ मुहूर्त हैं, इसकी विशेष जानकारी प्राप्त करें. इंटरनेशनल एस्ट्रोलॉजर और वास्तु एक्सपर्ट डॉ. रविभाई जोशी के साथ बात करते हुए उन्होंने बताया कि दिवाली का पर्व भारतभर में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. इसके साथ-साथ चोपड़ा पूजन, लक्ष्मी पूजन, गणेश पूजन सहित अन्य देवी-देवताओं का भी पूजन किया जाता है. साथ ही दिवाली के शुभ पर्व में दीपदान का एक विशेष महत्व है. इतना ही नहीं, इन दिनों में सोना-चांदी, चोपड़े, वाहन या अन्य शुभ वस्तुओं की खरीदारी के लिए भी उत्तम समय माना जाता है. जिसमें दीपावली पर्व (विक्रम संवत 2080) और नूतन वर्ष (विक्रम संवत 2081) के शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं.

चोपड़ा लाने के लिए (गुरुपुष्य महासिद्धि योग) – दि. 24/10/24, गुरुवार

विक्रम संवत 2080 के आसो वद आठम के दिन नए वर्ष के चोपड़े, सोना-चांदी, वाहन या अन्य शुभ खरीदारी के लिए श्रेष्ठ समय सुबह 6:10 से 7:45, सुबह 10:38 से 3:50, शाम 4:31 से 9:11 बजे तक रहेगा. साथ ही विक्रम संवत 2080 के आसो वद नौम के दिन शुभ खरीदारी के लिए शुभ समय सुबह 6:01 से 7:40 बजे तक रहेगा.

धनतेरस – दि. 29/10/24, मंगलवार

विक्रम संवत 2080 के आसो वद तेरस के दिन धन्वंतरि पूजन, लक्ष्मी पूजन, गणपति पूजन, धनपूजा, कुबेर पूजा, श्री यंत्र पूजा एवं सोना-चांदी और चोपड़ों की खरीदारी के लिए शुभ समय सुबह 9:35 से 1:47, दोपहर 3:11 से 4:35, रात 7:35 से 9:11 और रात 10:48 से 3:37 तक रहेगा.

दिवाली – दि. 1/11/24, शुक्रवार

इस बार दिवाली विक्रम संवत 2080 के आसो वद शुक्रवारी अमावस्या के दिन आएगी. इस दिन स्वाति नक्षत्र 27:31 तक रहेगा. इसलिए इस दिन लक्ष्मी पूजन, दीपावली पूजन इत्यादि के लिए श्रेष्ठ समय सुबह 6:50 से 10:35, दोपहर 12:35 से 1:35, शाम 16:40 से 17:55 तथा रात 21:05 से 10:25 तक रहेगा.

नूतन वर्ष (विक्रम संवत 2081) – दि. 2/11/24, शनिवार

विक्रम संवत 2081 के कार्तिक सुद एकम के दिन नए वर्ष में किसी भी शुभ कार्य के लिए शुभ समय सुबह 8:14 से 11:00 और दोपहर 12:24 से 4:33 तक रहेगा.

भाऊबीज – दि. 3/11/24, रविवार

विक्रम संवत 2081 के कार्तिक सुद द्वितीया के दिन देव पूजा करने का उत्तम समय सुबह 8:15 से 12:24 तक रहेगा.

लाभ पांचम – दि. 6/11/24, बुधवार

विक्रम संवत 2081 के कार्तिक सुद पंचमी के दिन किसी भी नए शुभ कार्य के लिए श्रेष्ठ समय सुबह 6:04 से 9:31 तक रहेगा. क्या आप भी समाज के लिए उपयोगी कार्य कर रहे हैं? क्या आपने ऐसा कार्य किया है जिससे समाज को प्रेरणा मिल सकती है? क्या आप अपनी सफलता की कहानी दूसरों को बताना चाहते हैं? तो आज ही [email protected] पर संपर्क करें.

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