भुवनेश्वर Acid Attack Survivor । 17 साल की उम्र में एसिड अटैक का सामना कर चुकी प्रमोदिनी ने सोमवार को अपने बॉयफ्रेंड से शादी कर ली। ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले में रहने वाली 29 वर्ष की युवती प्रमोदिनी ने सोमवार को अपने रिश्तेदारों व दोस्तों की मौजूदगी में धूमधाम से अपने बॉयफ्रेंड सरोज साहू के साथ शादी की। प्रमोदिनी ने मात्र 17 साल की उम्र में एसिड एटैक का दंश झेला था और शरीर का 80 फीसदी हिस्सा झुलस गया था। इस हमले ने प्रमोदिनी की दोनों आंखें भी छीन ली थी।
प्रमोदिनी की हौसले में नहीं आई कमी
इस हादसे के बाद भी प्रमोदिनी उर्फ रानी के हौसले में कोई कमी नहीं आई। उसने अपने पैरों पर खड़े होने के लिए पूरी ताकत लगा दी। जगतसिंहपुर के कनकपुर गांव में शादी के बंधन में बंधने के बाद प्रमोदिनी ने कहा कि ये मेरे जीवन का सबसे अच्छा दिन है। मैं अपने परिवार और अपने प्रेमी के परिवार की सहमति से शादी करना चाहती थी और सब कुछ ऐसा ही हुआ।
2009 में हुआ था एसिड अटैक
गौरतलब है कि तीन बहनों में से एक प्रमोदिनी 2009 में एक कॉलेज में अपनी इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर रही थी, तभी एक संतोष वेदांत कुमार नाम के एक जवान ने शादी का प्रस्ताव रखा। लेकिन प्रस्ताव पर प्रमोदिनी ने हामी नहीं भरी तो उसने प्रमोदिनी के चेहरे पर तेजाब फेंक दिया। प्रमोदिनी के कॉलेज के पास एक आर्मी कैंप चल रहा था, तब संतोष ने प्रमोदिनी को देखा था और उसी दौरान उसे शादी का प्रस्ताव भेज दिया। प्रमोदिनी की उम्र तब बहुत कम थी और वह पढ़ाई करना जारी रखना चाहती थी, इसलिए परिवार ने शादी का प्रस्ताव तब खारिज कर दिया था। इसके इसके बाद भी संतोष वेदांत लगातार प्रमोदिनी का पीछा करता रहा और 4 मई 2009 को प्रमोदिनी के चेहरे पर तेजाब फेंक दिया था, जिसमें उसका शरीर बुरी तरह से जल गया था और शरीर का आधा हिस्सा लकवाग्रस्त भी हो गया था।
पुलिस ने रफा-दफा कर दिया था पूरा मामला
एसिड एटैक के खिलाफ प्रमोदिनी ने एफआईआर दर्ज की गई थी, लेकिन साल 2012 तक पुलिस कोई सुराग नहीं खोज पाई और आखिरकार पुलिस ने आरोपी संतोष कुमार के खिलाफ मामले को बंद कर दिया। संतोष और उसकी पत्नी अपने बेटे के साथ उस समय कुपवाड़ा में रह रहे थे। लेकिन बाद में जब ये पूरा मामला एक बार फिर से सोशल मीडिया वायरल हुआ था तो मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने युवती से मुलाकात कर केस की फिर से जांच करने का आदेश दिया। संतोष को साल 2017 में गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद से वह अभी तक जेल में बंद है।
सरोज साहू से ऐसे हुई थे मुलाकात
साल 2014 में भुवनेश्वर के बलकटी क्षेत्र के सरोज साहू की पहली बार प्रमोदिनी की मुलाकात हुई थी। जिस अस्पताल में प्रमोदिनी इलाज करा रही थी, वहीं की एक नर्स सरोज साहू की दोस्त थी। उसी ने साहू को एसिड अटैक पीड़िता की समस्याओं को देखने के लिए बुलाया था। साहू ने उससे बात करने की कोशिश की, लेकिन प्रमोदिनी ने जवाब नहीं दिया क्योंकि वह उस घटना की वजह से काफी डर गई थी और किसी से ज्यादा बात नहीं कर रही थी। लेकिन धीरे-धीरे जब मुलाकातें बढ़ने लगी तो दोनों में दोस्ती होने लगी। आखिर में दोनों के परिवार भी शादी के लिए तैयार हो गए।