Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
    • Home
    • About Us
    • Contact Us
    • MP Info RSS Feed
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Taaja Khabar
    • Home
    • देश
    • विदेश
    • राज्य
    • मध्यप्रदेश
      • मध्यप्रदेश जनसंपर्क
    • छत्तीसगढ़
      • छत्तीसगढ़ जनसंपर्क
    • राजनीती
    • धर्म
    • अन्य खबरें
      • मनोरंजन
      • खेल
      • तकनीकी
      • व्यापार
      • करियर
      • लाइफ स्टाइल
    Taaja Khabar
    Home»विदेश»चाबहार डील पर प्रतिबंध का साया! भारत के लिए कितना होगा मुश्किल, अमेरिका को क्या है खतरा?…
    विदेश

    चाबहार डील पर प्रतिबंध का साया! भारत के लिए कितना होगा मुश्किल, अमेरिका को क्या है खतरा?…

    By May 23, 2024No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp Email Telegram Copy Link
    चाबहार डील पर प्रतिबंध का साया! भारत के लिए कितना होगा मुश्किल, अमेरिका को क्या है खतरा?…
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn WhatsApp Pinterest Email

    ईरान के चाबहार बंदरगाह को लेकर भारत उत्सुक है। ईरान ने अगले 10 साल के लिए चाबहार बंदरगाह को भारत को सौंप दिया है।

    जहाजरानी और बंदरगाह मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सोमवार को ईरान में चाबहार बंदरगाह पर ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

    इस समझौते पर हस्ताक्षर होते ही भारत को पहली बार विदेशी बंदरगाह संचालित करने का अवसर मिला।

    2015 से ही चाबहार के शाहिद बहिश्ती बंदरगाह के उपयोग के लिए भारत-ईरान समझौते में हर साल नए आयाम जुड़ते गए। नए समझौते के परिणामस्वरूप, भारत को लगातार 10 वर्षों तक बंदरगाह का प्रबंधन मिला है।

    क्यों अहम है चाबहार
    चाबहार बंदरगाह भौगोलिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। चाबहार का निकटतम बंदरगाह गुजरात में कांडला है। जिसकी दूरी 550 समुद्री मील है।

    मुंबई से चाबहार की दूरी 786 समुद्री मील है। यह बंदरगाह भारत, पश्चिम एशिया, यूरेशिया के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाने और परिवहन लागत और समय को कम करने का केंद्र बन सकता है।

    चाबहार पर नियंत्रण पाने से भारत अफगानिस्तान, ईरान और रूस के माध्यम से जलमार्ग परिवहन पर अपनी पकड़ बना सकता है।

    इस बंदरगाह का उपयोग पाकिस्तान को दरकिनार कर अफगानिस्तान और पश्चिम एशिया तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्ग के रूप में किया जा सकता है।

    अमेरिका को क्यों है टेंशन
    भारत को यह समुद्री बंदरगाह मिलने के बाद अमेरिका दबाव में है। क्या ईरान से समझौते के चलते अमेरिका भारत के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगा? इस मामले पर विश्व राजनयिक हलकों में अटकलें शुरू हो चुकी हैं।

    हालांकि, व्हाइट हाउस ने अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। मगर वे भारत पर प्रतिबंध लगा सकते हैं, ऐसा संकेत अमेरिका ने दिया है।

    भारत-ईरान डील को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रधान उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने चेतावनी देते हुए कहा, “अगर कोई ईरान के साथ व्यापारिक संबंध स्थापित करने के बारे में सोच रहा है, तो उन्हें संभावित प्रतिबंधों के बारे में पता होना चाहिए।”

    सभी जानते हैं कि ईरान के साथ अमेरिका के रिश्ते अच्छे नहीं हैं। व्हाइट हाउस ने विभिन्न मुद्दों पर ईरान पर प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिकी प्रतिबंधों की सूची में ईरान दूसरे स्थान पर है और रूस पहले स्थान पर। हाल ही में ईरान ने इजरायल की ओर 350 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइलें लॉन्च की थीं।

    हालांकि, इजरायल की रक्षा प्रणाली उन सभी मिसाइलों को जमीन पर गिरने से पहले ही हवा में नष्ट कर देती है। ईरान के हमले की खबर सामने आते ही अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन किया।

    कहने की जरूरत नहीं कि अगर ईरान हमला करता है तो इजरायल को अमेरिका की मदद मिलेगी। इस हमले के बाद अमेरिका और ईरान के बीच दूरियां और बढ़ गई हैं।

    क्या चाबहार को लेकर भारत-अमेरिका में आएगी दरार?
    वैश्विक परिदृश्य में भारत की स्थिति की बात करें तो चाहे इजरायल-हमास युद्ध हो या ईरान-इजरायल या रूस-यूक्रेन- भारत हमेशा तटस्थ रहा है।

    भारत ने युद्ध या हमलों की आलोचना करते समय कभी भी किसी का पक्ष नहीं लिया है। उस संबंध में, अमेरिका ने सभी मामलों में किसी न किसी का पक्ष लिया है।

    क्या चाबहार बंदरगाह को लेकर भारत-अमेरिका रिश्तों में आएगी दरार? क्या सच में व्हाइट हाउस भारत पर प्रतिबंध लगाएगा? ये सारे सवाल अब विश्व कूटनीतिक गलियारों में घूम रहे हैं। कई लोगों के अनुसार, अमेरिकी प्रतिबंधों की धमकी ‘खोखले’ शोर के अलावा कुछ नहीं है।

    अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को ऐसे कई प्रतिबंधों की चेतावनी दी थी। चाहे कोरोना की दवा हो या रूस से मिसाइलों की खरीद या चाबहार बंदरगाह – कई मुद्दों पर ट्रंप के स्वर भारत के खिलाफ सुनाई देते रहे हैं, वह प्रतिबंध की चेतावनी भी देते रहते थे लेकिन अमेरिका ने भारत पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है।

    क्या अमेरिका चाबहार बंदरगाह को लेकर ‘खोखली’ बातें कर रहा है? भारत अमेरिका के साथ मजबूत राजनयिक संबंध रखता है। व्हाइट हाउस उस रिश्ते को तोड़ने के लिए कोई कठोर कदम नहीं उठाना चाहेगा।

    The post चाबहार डील पर प्रतिबंध का साया! भारत के लिए कितना होगा मुश्किल, अमेरिका को क्या है खतरा?… appeared first on .

    Related Posts

    पाकिस्तान के खैबर प्रांत में सैन्य काफिले पर आत्मघाती हमला, 13 सैनिकों की मौत, 29 घायल

    June 28, 2025

    टैरिफ पर ट्रंप ने लिया यू-टर्न, स्मार्टफोन और लैपटॉप को टैरिफ से दी छूट

    April 13, 2025

    ट्रंप की धमकी से पनामा सेहमा, चीन की BRI परियोजना को आगे न बढ़ाने का किया ऐलान

    February 3, 2025

    US Plane Crash: शवों की संख्या बढ़ी, राहत और बचाव कार्य में जुटे अधिकारी

    February 3, 2025

    मोहम्मद यूनुस का बयान: “हिंदू समुदाय के त्योहारों में शामिल होने की आवश्यकता

    February 3, 2025

    3 दिन में 200 से ज्यादा भूकंप के झटके, ग्रीस में बड़ी तबाही का खतरा

    February 3, 2025
    विज्ञापन
    विज्ञापन
    हमसे जुड़ें
    • Facebook
    • Twitter
    • Pinterest
    • Instagram
    • YouTube
    • Vimeo
    अन्य ख़बरें

    रायपुर : कारखानों में श्रमिकों के नियमित स्वास्थ्य जाँच में नहीं चलेगी मनमानी, श्रम मंत्री देवांगन ने दिए कड़े निर्देश

    September 2, 2025

    रायपुर : महिलाओं और बच्चों को मिले आंगनबाड़ी की सभी सेवाओं का लाभ : महिला एवं बाल विकास सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी

    September 2, 2025

    रायपुर : महिलाओं और बच्चों को मिले आंगनबाड़ी की सभी सेवाओं का लाभ : महिला एवं बाल विकास सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी

    September 2, 2025

    सैनिक स्कूल शिक्षा, अनुशासन और राष्ट्र निर्माण की नींव: मंत्री रामविचार नेताम

    September 2, 2025
    हमारे बारे में

    यह एक हिंदी वेब न्यूज़ पोर्टल है जिसमें ब्रेकिंग न्यूज़ के अलावा राजनीति, प्रशासन, ट्रेंडिंग न्यूज, बॉलीवुड, खेल जगत, लाइफस्टाइल, बिजनेस, सेहत, ब्यूटी, रोजगार तथा टेक्नोलॉजी से संबंधित खबरें पोस्ट की जाती है।

    Disclaimer - समाचार से सम्बंधित किसी भी तरह के विवाद के लिए साइट के कुछ तत्वों में उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रस्तुत सामग्री ( समाचार / फोटो / विडियो आदि ) शामिल होगी स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक इस तरह के सामग्रियों के लिए कोई ज़िम्मेदार नहीं स्वीकार करता है। न्यूज़ पोर्टल में प्रकाशित ऐसी सामग्री के लिए संवाददाता / खबर देने वाला स्वयं जिम्मेदार होगा, स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी. सभी विवादों का न्यायक्षेत्र रायपुर होगा

    हमसे सम्पर्क करें
    संपादक - Faraha Niyazi
    मोबाइल - 8889278888
    ईमेल - [email protected]
    कार्यालय - Royal Garden , LIC Road Kangoli, Jagdalpur - 494001
    September 2025
    M T W T F S S
    1234567
    891011121314
    15161718192021
    22232425262728
    2930  
    « Aug    
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    • Home
    • About Us
    • Contact Us
    • MP Info RSS Feed
    © 2025 ThemeSphere. Designed by ThemeSphere.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.