Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube
    • Home
    • About Us
    • Contact Us
    • MP Info RSS Feed
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Taaja Khabar
    • Home
    • देश
    • विदेश
    • राज्य
    • मध्यप्रदेश
      • मध्यप्रदेश जनसंपर्क
    • छत्तीसगढ़
      • छत्तीसगढ़ जनसंपर्क
    • राजनीती
    • धर्म
    • अन्य खबरें
      • मनोरंजन
      • खेल
      • तकनीकी
      • व्यापार
      • करियर
      • लाइफ स्टाइल
    Taaja Khabar
    Home»देश»पूर्वोत्तर के छात्रों में बढ़ रहा है एचआईवी का संक्रमण…
    देश

    पूर्वोत्तर के छात्रों में बढ़ रहा है एचआईवी का संक्रमण…

    By July 12, 2024No Comments6 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr WhatsApp Email Telegram Copy Link
    पूर्वोत्तर के छात्रों में बढ़ रहा है एचआईवी का संक्रमण…
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn WhatsApp Pinterest Email

    पूर्वोत्तर भारत के त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम में एचआईवी संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।

    त्रिपुरा से आई एक रिपोर्ट के मुताबिक स्कूलों-कॉलेजों में एचआईवी के 800 से ज्यादा नए मामले आए हैं, जिनमें 47 छात्रों की मौत हुई है।

    रिपोर्ट आने के अगले ही दिन यानी बुधवार को राज्य एड्स कंट्रोल सोसाइटी ने साफ किया कि यह आंकड़े वर्ष 2007 से 2024 यानी बीते 17 वर्षों के हैं।

    हालांकि राज्य से रोजाना औसतन जितने नए मामले सामने आ रहे हैं, वह भी चौंकाने वाले हैं। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में मणिपुर कभी एचआईवी पीड़ितों के मामले में पहले स्थान पर था। इन दोनों के अलावा मिजोरम और नागालैंड से भी नए मामले आ रहे हैं।

    त्रिपुरा स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी की ओर से राजधानी अगरतला में एक वर्कशाप में कहा गया कि राज्य के स्कूलों व कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों में एड्स के मामले लगातार बढ़ रहे हैं।

    सोसायटी के मुताबिक 220 स्कूलों और 24 कॉलेजों में सर्वेक्षण और 164 स्वास्थ्य केंद्रों से मिले आंकड़ों से पता चला है कि अब तक 828 छात्र एड्स की चपेट में आ चुके हैं।

    इनमें से 47 की मौत भी हो चुकी है। एचआईवी संक्रमित लोगों में से 572 लोग राज्य में ही हैं। इनके अलावा दो सौ से ज्यादा छात्र उच्च शिक्षा के लिए देश के दूसरे शहरों में रह रहे हैं। एचआईवी के गढ़ सिडनी ने वायरस के फैलाव को रोका हर साल एचआईवी के हजारों मामले इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद राज्य में विवाद पैदा हो गया।

    उसके बाद सोसायटी की ओर से बयान कर कहा गया कि यह आंकड़े बीते 17 वर्षों के हैं

    इनमें से 47 की मौत भी हो चुकी है। एचआईवी संक्रमित लोगों में से 572 लोग राज्य में ही हैं। इनके अलावा दो सौ से ज्यादा छात्र उच्च शिक्षा के लिए देश के दूसरे शहरों में रह रहे हैं। एचआईवी के गढ़ सिडनी ने वायरस के फैलाव को रोका हर साल एचआईवी के हजारों मामले इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद राज्य में विवाद पैदा हो गया।

    त्रिपुरा स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी की प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ.समर्पिता दत्त डीडब्ल्यू से बातचीत में बताती हैं, “मीडिया में समय काल का जिक्र किए बिना सिर्फ मरीजों की तादाद बताने से आतंक पैदा हो गया।

    लेकिन यह आंकड़ा बीते 17 वर्षों का है” हालांकि स्कूली छात्रों में इस बीमारी के संक्रमण के आंकड़ों को 17 साल का मानने पर भी तस्वीर भयावह नजर आती है। सोसायटी ने कहा है कि वर्ष 2022-23 के दौरान राज्य में एचआईवी संक्रमण के कुल 1,847 नए मामले सामने आए थे और उनमें से 67 लोगों की मौत हो गई।

    इसी तरह वर्ष 2023-24 के दौरान सामने आने वाले ऐसे 1,790 नए मामलों में 44 लोगों की मौत हो गई।. त्रिपुरा सरकार के आंकड़ों की मानें तो राज्य में एचआईवी संक्रमण के रोजाना औसतन पांच से सात नए मामले आ रहे हैं।

    इस साल मई तक त्रिपुरा के एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी सेंटरों (एटीआर) में 8,729 संक्रमितों के नाम पंजीकृत हैं। इनमें से 5,674 लोग एचआईवी पॉजिटिव हैं. इनमें एक ट्रांसजेंडर के अलावा 1,103 महिलाएं भी शामिल हैं।

    राज्य में एचआईवी के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए वर्ष 1999 में त्रिपुरा स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी का गठन किया गया था।

    हाल के सर्वेक्षण के हवाले से सोसायटी का कहना है कि अभिजात्य परिवारों में संक्रमण की दर अपेक्षाकृत ज्यादा है। स्कूली छात्रों के संक्रमण के ज्यादातर मामलों में पिता और माता, दोनों सरकारी नौकरी करते हैं।

    इसलिए वो अपने बच्चों की अनुचित मांगें भी मान लेते हैं। 40 से ज्यादा देशों में एचआईवी पीड़ितों पर हैं यात्रा प्रतिबंध नशीली दवाओं का उपयोग एचआईवी का बड़ा कारण प्रोजेक्ट डाइरेक्टर डाय दत्त ने डीडब्ल्यू को बताया कि इंजेक्शन के जरिए नशीली दवाओं का बढ़ता सेवन ही स्कूली छात्रों में एचआईवी संक्रमण फैलने की सबसे प्रमुख वजह है. छात्रों को जरूरत से ज्यादा छूट देने का मतलब इस विपत्ति को न्योता देना है।

    जब तक माता-पिता को इस गलती का अहसास होता है तब तक देर हो चुकी होती है। सर्वेक्षण के दौरान राज्य के 220 स्कूलों और 24 कॉलेजों में संक्रमित छात्रों का पता चला था।

    विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल त्रिपुरा की रिपोर्ट ने भले चिंता बढ़ाई हो, पूर्वोत्तर में यह समस्या बहुत पुरानी है। नवंबर, 2023 में प्रकाशित एक रिपोर्ट में राज्य में एचआईवी/एड्स संक्रमितों की तादाद 5,200 बताई गई थी।

    स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. निमाई चंद्र दास डीडब्ल्यू से कहते हैं, “राज्य में यौन संक्रमण से एचआईवी की चपेट में आने वाले लोगों की तादाद घट कर दो फीसदी से भी नीचे आ गई है। लेकिन खासकर कम उम्र के लड़के-लड़कियों में इंजेक्शन के जरिए नशीली वस्तुओं के सेवन की तेजी से बढ़ती प्रवृत्ति ने परिस्थिति को खतरनाक बना दिया है।

    मिजोरम के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से इस साल मार्च में जारी एक रिपोर्ट में बताया गया था कि वर्ष 2023 के दौरान राज्य में प्रति एक हजार लोगों में से 0.23 फीसदी लोग एचआईवी/एड्स से संक्रमित हैं। वहां वयस्कों में यह संक्रमण सबसे ज्यादा है।

    वैसे, मिजोरम में आबादी के लिहाज से एचआईवी संक्रमितों की मौत की दर सबसे ज्यादा है। करीब 10 लाख की आबादी वाले इस सीमावर्ती पर्वतीय राज्य में बीते ढाई दशकों के दौरान लगभग दो हजार लोगों की इस बीमारी के कारण मौत हो चुकी है।

    योनी में पहने जा सकने वाले छल्ले जो एड्स से बचाते हैं नहीं दर्ज होने वाले मामले भी बहुत ज्यादा दूसरी ओर, नागालैंड में इस मामले में गर्भवती महिलाओं की तादाद दूसरों से ज्यादा है। नागालैंड स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी के निदेशक डॉ.आहू सेखोसे ने डीडब्ल्यू को बताया, “अप्रैल, 2023 से मार्च, 2024 के दौरान राज्य में 48,777 लोगों के खून के नमूनों की जांच की गई थी।

    उनमें से 960 लोगों में एचआईवी संक्रमण का पता चला” इस बीच, मणिपुर सरकार का दावा है कि राज्य में एचआईवी संक्रमण में कमी दर्ज की गई है।. वर्ष 2010 में जहां राज्य की कुल वयस्क आबादी का 1.99 फीसदी एचआईवी संक्रमित था, वहीं 2021 में यह आंकड़ा घट कर 0.94 फीसदी रह गया।

    स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि एड्स के सरकारी आंकड़े ही भयावह हैं। लेकिन इन राज्यों में सुदूर ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर लोग समाज और अपने सम्मान की वजह से ऐसे मामलों को दर्ज नहीं कराते। पूरी आबादी की संक्रमण के लिए जांच भी संभव नहीं है।

    स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. निर्मल डेका डीडब्ल्यू से बातचीत में कहते हैं, “खासकर स्कूली छात्रों में एचआईवी का बढ़ता संक्रमण गहरी चिंता का विषय है। इससे साफ है कि उनको नशीली वस्तुएं आसानी से उपलब्ध हैं।

    इस गंभीर समस्या पर अंकुश लगाने के लिए सरकार की तमाम संबंधित एजेंसियों को सीमा पार से नशीली वस्तुओं की आमद रोकने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।साथ ही गैर-सरकारी संगठनों को साथ लेकर शिक्षण संस्थानों में इस बीमारी के दुष्प्रभावों के बारे में बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान भी चलाना होगा”।

    The post पूर्वोत्तर के छात्रों में बढ़ रहा है एचआईवी का संक्रमण… appeared first on .

    Related Posts

    हिमालय की गोद से प्राप्त शुद्ध जल से निर्मित टेंसबर्ग, दिल्ली के बीयर बाजार में गुणवत्ता की नई क्रांति…

    May 22, 2025

    रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आरोप: AAP ने दिल्ली की जनता को धोखा दिया

    February 3, 2025

    ट्रंप ने मेक्सिको, कनाडा और चीन पर लगाया टैरिफ, भारत पर असर की संभावना पर वित्त मंत्री ने दिया बयान

    February 3, 2025

    केंद्र सरकार ने जेंडर बजट में 37.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी की, 4.49 लाख करोड़ रुपये का हुआ आवंटन

    February 3, 2025

    उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा- अवैध प्रवासियों को नहीं झेल सकता देश, युवाओं से की बड़ी अपील

    February 3, 2025

    उत्तर भारत में सक्रिय हुआ पश्चिम विक्षोभ, बारिश का अलर्ट जारी

    February 3, 2025
    विज्ञापन
    विज्ञापन
    हमसे जुड़ें
    • Facebook
    • Twitter
    • Pinterest
    • Instagram
    • YouTube
    • Vimeo
    अन्य ख़बरें

    रायपुर : कारखानों में श्रमिकों के नियमित स्वास्थ्य जाँच में नहीं चलेगी मनमानी, श्रम मंत्री देवांगन ने दिए कड़े निर्देश

    September 2, 2025

    रायपुर : महिलाओं और बच्चों को मिले आंगनबाड़ी की सभी सेवाओं का लाभ : महिला एवं बाल विकास सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी

    September 2, 2025

    रायपुर : महिलाओं और बच्चों को मिले आंगनबाड़ी की सभी सेवाओं का लाभ : महिला एवं बाल विकास सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी

    September 2, 2025

    सैनिक स्कूल शिक्षा, अनुशासन और राष्ट्र निर्माण की नींव: मंत्री रामविचार नेताम

    September 2, 2025
    हमारे बारे में

    यह एक हिंदी वेब न्यूज़ पोर्टल है जिसमें ब्रेकिंग न्यूज़ के अलावा राजनीति, प्रशासन, ट्रेंडिंग न्यूज, बॉलीवुड, खेल जगत, लाइफस्टाइल, बिजनेस, सेहत, ब्यूटी, रोजगार तथा टेक्नोलॉजी से संबंधित खबरें पोस्ट की जाती है।

    Disclaimer - समाचार से सम्बंधित किसी भी तरह के विवाद के लिए साइट के कुछ तत्वों में उपयोगकर्ताओं द्वारा प्रस्तुत सामग्री ( समाचार / फोटो / विडियो आदि ) शामिल होगी स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक इस तरह के सामग्रियों के लिए कोई ज़िम्मेदार नहीं स्वीकार करता है। न्यूज़ पोर्टल में प्रकाशित ऐसी सामग्री के लिए संवाददाता / खबर देने वाला स्वयं जिम्मेदार होगा, स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी. सभी विवादों का न्यायक्षेत्र रायपुर होगा

    हमसे सम्पर्क करें
    संपादक - Faraha Niyazi
    मोबाइल - 8889278888
    ईमेल - [email protected]
    कार्यालय - Royal Garden , LIC Road Kangoli, Jagdalpur - 494001
    September 2025
    M T W T F S S
    1234567
    891011121314
    15161718192021
    22232425262728
    2930  
    « Aug    
    Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
    • Home
    • About Us
    • Contact Us
    • MP Info RSS Feed
    © 2025 ThemeSphere. Designed by ThemeSphere.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.